MRI स्कैन क्या होता है ? कब किया जाता है
आज के इस ब्लॉग में हम बात करने वाले है के एमआरआई MRI स्कैन क्या होता है ये स्कैन कैसे किया जाता है और इसको करवाने से पहले किन किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए तो चलिए शुरू करते है और अगर आपने हमारा ब्लॉग सब्सक्राइब नहीं किया है तो पहले ब्लॉग को सब्सक्राइब कर ले ता की ऐसे और भी ब्लॉग आपको आगे भी मिलती रहे |
सबसे पहले बात करते है MRI स्कैन क्या होता है Magnetic Resonance Imaging इस में पावरफुल मेग्नेटिक रेडियो वेव्स और कंप्यूटर की मदद से आपके शरीर के अंदर के अंगो का फोटो लिया जाता है ये हमारे शरीर में मोजूद छोटे छोटे प्रोटोन को मिला के उनका एक फोटो लेता है तो अब हम बात करते है के MRI स्कैन कियु किया जाता है |
MRI के विकास ने मेडिकल साइंस को काफी आगे पंहुचा दिया है कयूकि इसकी मदद से डॉक्टर शरीर में कोई बाहरी जाँच उपकरण को बिना इस्तेमाल किये भी अंदरूनी जाँच कर सकते है MRI रोग और चोट का इलाज करने में डॉक्टरों की मदद करता है इसकी मदद से ये भी नज़र रखी जाती है के मरीज में उपचार कितने अच्छे से काम कर रहा है |

ये जाँच करने के लिए के जब आप कुछ ख़ास काम करते है तो दिमाग का कौन सा हिस्सा ज़यादा गतिशील रहता है तब भी इस टेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है FMRI स्कैन दिमाग से जुडी प्रोब्लेम्स का पता लगाता है जैसे के स्ट्रोक वगैरा मिरगी या दिमाग में ट्यूमर होने पर अगर दिमाग की सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है तो फमृ की मदद से ब्रेन मैपिंग किया जाता है इलाज की योजना त्यार करने के लिए भी डॉक्टर MRI स्कैन को इस्तेमाल करते है और अब हम बात करते है के ये स्कैन कैसे किया जाता है |
जब भी किसी का स्कैन किया जाता है तो डॉक्टर उस इंसान के सभी कपडे उतरवा कर उसे एक अलग किसम की कपडा पहनने को देते है और स्कैन से पहले अगर उस इंसान ने कोई भी मेटल की कोई चीज़ जैसे घडी चैन सोने या चांदी की कोई अंगूठी तो वह भी उतरवा दी जाती है और उसके बाद उस इंसान को स्कैन टेबल पर लेटाया जाता है और फिर उसको स्कैन मशीन के अंदर भेज दिया जाता है जिसके बाद मशीन मेग्नेट और रेडियो वेव्स और कंप्यूटर से उस इंसान के शरीर के अंदर की फोटोज लेती है |
जो के इंसान के शरीर के छोटे छोटे प्रोटोन होते है इस स्कैन के बाद डॉक्टर आसानी से पता लगा सकते है के इंसान के शरीर में कौन सी बीमारी है और ये बीमारी कितनी पुरानी हो सकती है अगर मैं आपको आसान सी भाषा में बताऊ तो MRI स्कैन क्या होता है तो ये एक ऐसी मशीन है जो हमारे पूरे शरीर को स्कैन करके उसकी छोटी छोटी से चीज़ का भी पता लगा लेती है |
प्रेग्नेंट औरतों को हमेशा अपने डॉक्टर या टेक्नोलॉजिस्ट को बताना चाहिए के मैं प्रेग्नेंट हू ता की और औरत या होने वाले बच्चे पर इसका कोई बुरा असर न हो अगर आप पूरी बॉडी का स्कैन करवाना चाहते तो आप जिस जगह चोट लगी है या कोई बीमारी है तो आप सिर्फ उसी जगह का भी स्कैन करवा सकते है और आप अपने बॉडी पार्ट्स का अलग अलग से भी स्कैन करवा सकते है |
इस में ब्रेन चेस्ट या किसी तरह की कोई हड्डी कंधा घुटने का भी स्कैन करवा सकते है और पूरी बॉडी स्कैन करवाने का ये फायदा है के आपकी बॉडी में कोई दूसरी बीमारी है तो उसका भी पता लगाया जा सकता है |
कयूकि अगर आप किसी एक हिस्से का स्कैन करवाते है तो इस से बॉडी में दुसरे किसी हिस्से की बीमारी का पता नहीं लगाया जा सकता और अब हम बात करते है के स्कैन करवाते समय किन किन चीज़ो का ध्यान रखना चाहिए जब आप स्कैन करवाने लगे तो उससे पहले आपको डॉक्टर को अपनी पूरी जानकारी देनी चाहिए :
जैसे के अगर अपने अपनी बॉडी पे कोई टैटू बनवाया है या आपने अपने दांत या कान में किसी तरह की कोई चीज़ डाली हुई है या आपकी किसी हड्डी में लोहे का कोई और किसी मेंटल की कोई प्लेट डाली हुई है और अगर आपको किसी तरह की कोई एलर्जी है या कोई सर्जरी करवा रखी है या आप पहले से किसे दवाई का इस्तेमाल कर रहे है तो इसका भी पता डॉक्टर को होना चाहिए स्कैन रूम में किसी तरह की कोई मेटल की अनुमति नहीं होती है :
कयूकि मशीन के चुंबक मेटल को आकर्षित कर सकते है टेस्ट से पहले सब मेटल को साइड में रख दे जो टेस्ट के दौरान मुश्किल पैदा कर सकते है आपको स्कैन से चार घंटे पहले कुछ भी खाने या पीने से मना किया जा सकता है और कभी कभी आपको बहुत ज़यादा मात्रा में पानी पीने को कहा जा सकता है |
ये स्कैन किये जाने वाले बॉडी पार्ट पर निर्भर करता है कुछ मरीज जिन में मेटल के कुछ ऑब्जेक्ट होते है उन में स्कैन से पहले एक्स रे की ज़रूरत पड़ती है आप किसी भी छररे गोलियों या मेटल के दुसरे टुकड़े के बारे में टेक्नोलॉजिस्ट या रदिओलोगोइस्ट को बता सकते है |
वैसे तो स्कैन में किसी भी तरह का कोई दर्द नहीं होता अगर कॉन्ट्रेस्ट की ज़रूरत होती है तो थोड़ा दर्द ज़रूर होता है इसके लिए कॉन्ट्रेस्ट 5 भी दिया जाता है और इस टेस्ट को करने में 30 से 90 मिनट तक का टाइम लग सकता है टेस्ट के दौरान मेगनटे का अंदुरनी हिस्सा Radaptive Tempting Huge और दुसरे शोर पैदा करता है तो शोर को ब्लॉक करने के लिए एयरप्लग्स या म्यूजिक दिया जाता है |
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अगर किसी इंसान को दमे जैसी प्रॉब्लम हो तो उसका ओपन स्कैन किया जाता है तो दोस्तों आज की इस ब्लॉग में अपने जाना के MRI स्कैन क्या होता है कियु और कैसे किया जाता है और स्कैन करवाते समय किन किन चीज़ो का ध्यान रखना चाहिए अगर आपको हमारा ये ब्लॉग पसंद आया है तो इसे लाइक करे और दोस्तों के साथ शेयर कीजिये और अगर आप हमसे कोई सवाल पूछना चाहते हो तो हमे कमेंट बॉक्स में लिख कर ज़रूर पूछे धन्यवाद |