RAW एजेंट कैसे बने ? पढ़िए पूरी डिटेल में |
जब कभी भी हम रॉ एजेंट के बारे में सुनते हैं तो जेम्स बॉन्ड जैसी फीलिंग आने लगती है वही thrill, risk और passion फील होने लगता है जो जेम्स बॉन्ड को फील होता था रॉ एजेंट हमारे लिए जेम्स बॉन्ड जैसे ही होते हैं जो हर मुश्किल हालात से देश को बचाने के लिए अपनी जान की जरा सी भी परवाह नहीं करते और हमारे देश की सुरक्षा में इनका योगदान बहुत ही ज्यादा होता है|

Ravindra Kaushik, RN Cao, Anil Dhasmana, Ajit Doval, Rabinder Singh और MK Dhar यह कुछ ऐसे नाम है जिन्हें देश के हीरो कहा जा सकता है यह किसी जेम्स बॉन्ड से कम नहीं क्योंकि यह ग्रेट रॉ एजेंट्स रहे हैं ऐसे में अगर आप भी रो एजेंट बनना चाहते हैं और देश की सुरक्षा के लिए खड़े होना चाहते हैं तो आपको यह जानना होगा रॉ एजेंट कैसे बना जाता है और एक रॉ एजेंट के तौर पर कौन कौन सी ड्यूटी पूरी करनी होती है |

तो इसीलिए दोस्तों आज World Affairs के इस ब्लॉग में हम आपको रॉ एजेंट से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारियां देने वाले हैं जो आपके लिए बहुत ज्यादा मददगार होंगी इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़े तो चलिए शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि RAW असल में क्या है |
RAW भारत की खुफिया एजेंसी है जिसका पूरा नाम है Research and Analysis Wing और यह एजेंसी भारत की अंतरराष्ट्रीय गुप्तचर संस्था है यह एजेंसी 1968 में स्थापित की गई थी इसका हेड क्वार्टर नई दिल्ली में है RAW इंफॉर्मेशन कलेक्ट करना आतंकवाद को रोकना और सीक्रेट ऑपरेशंस को अंजाम देने जैसे महत्वपूर्ण काम करने वाली एजेंसी है |

ऑपरेशन मेघदूत ऑपरेशन कैक्टस ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा ऑपरेशन चाणक्य इसी इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑपरेशन रहे हैं यह संस्था सूचना के अधिकार कानून से बाहर है और संसद के प्रति भी जवाबदेह नहीं है यह सिर्फ प्रधानमंत्री को ही जवाबदेह होती है
RAW क्या है यह जानने के बाद अब जानते हैं RAW में भर्ती कैसे हुआ जाता है रॉ एजेंट बनकर देश किस रक्षा करना बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है इसीलिए रो एजेंट बनने का प्रोसेस भी बहुत मुश्किल होता है शुरू में RAW में ट्रेंड इंटेलिजेंस ऑफिसर को ही भर्ती किया जाता था |
यह ऑफिसर इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक्सटर्नल Wing से बिलॉन्ग करते थे इसके बाद मिलिट्री पुलिस और engine revenue service से भी कैंडीडेट्स को भर्ती किया जाने लगा |

1983 में RAW ने अपना एक service cadre बनाया जिसका नाम है Research and Analysis Service जिसमें रॉ एजेंट की पोस्ट पर भर्ती होने के लिए लिखित एग्जाम और इंटरव्यू से गुजरना होता है |
इसके लिए कैंडिडेट को सेंट्रल स्टाफिंग स्कीम के अंडर आने वाले ग्रुप ए सिविल सर्विसेज के एग्जाम देने चाहिए जिसकी सभी परीक्षाएं क्लियर करने के बाद ही क्वालिफाइड कैंडीडेट्स RAW का लिखित एग्जाम दे सकते हैं इन कैंडीडेट्स के पास 20 साल का सर्विस एक्सपीरियंस होना जरूरी होता है
अब जानते हैं के रॉ एजेंट की ट्रेनिंग होती कैसे हैं दोस्तों देश को हर आंतरिक बाहरी खतरे से बचाने वाले इन सुपर हीरोज की ट्रेनिंग बहुत मुश्किल होती है क्योंकि इन्हें हाई रिस्क कंडीशन में काम करना होता है और अपनी पहचान को छुपा कर रखते हुए मिशन को अंजाम देना होता है इन्हें बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाती है बेसिक ट्रेनिंग सिर्फ 10 दिनों की होती है जिसमें इन्हें RAW के रियल वर्ल्ड से परिचित करवाया जाता है|
इस दौरान इन्हें स्पेस टेक्नोलॉजी इनफॉरमेशन सिक्योरिटी एनर्जी सिक्योरिटी साइंटिफिक नॉलेज फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स और जियोस्ट्रैटेजिक एनालिसिस समझाया जाता है और दूसरी कंट्री की खुफिया एजेंसियों जैसे के CIA ISI और MI6 के केस भी स्टडी करवाए जाते हैं बेसिक ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद एडवांस ट्रेनिंग होती है |
जिसमें उन्हें फील्ड इंटेलिजेंस ब्यूरो भेजा जाता है यानी कि FIB भेजा जाता है और यह ट्रेनिंग 1 से 2 साल की होती है और इसमें उन्हें बताया जाता है कि किस तरह कोल्ड एरिया और जंगल में कैसे सरवाइव किया जाता है |

सीक्रेट ऑपरेशंस को कैसे मैनेज किया जाता है किस तरह से पकड़ में आने से बचना चाहिए और अगर इन्वेस्टिगेशन के दौरान पकड़े जाओ तो इंटेरोगेशन को कैसे फेस करना चाहिए मिशंस को ऑपरेट करना कॉन्टेक्ट्स बनाने जैसी बेसिक ट्रेनिंग उन्हें दी जाती है |
ताकि वह एक ट्रेंड और बेहतरीन रॉ एजेंट बन सके एक एजेंट को हमेशा मिशन पर जाने के लिए तैयार रहना होता है और शॉट नोटिस पीरियड पर भी यहां से बाहर ट्रैवल करने की पूरी तैयारी रखनी होती है |
उन्हें अपनी पहचान अपनी फैमिली दोस्तों से भी छुपा कर रखनी होती है रॉ एजेंट की जॉब कोई परमानेंट जॉब नहीं होती एक रॉ एजेंट बनने के लिए बहुत सी खूबियों का होना जरूरी होता है जैसे कि लोगों में बहुत जल्दी घुल मिल जाना अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स सेल्फ मैनेजमेंट सेल्फ मोटिवेशन प्रोफेशनलिज्म पर्सनल इंटीग्रिटी और देश की सुरक्षा का जज्बा |

अब जानते हैं रॉ एजेंट बनने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होती है रॉ एजेंट बनने के लिए कैंडिडेट का भारतीय होना जरूरी है कैंडिडेट का कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए कैंडिडेट किसी भी प्रकार के नशे का आदी नहीं होना चाहिए कैंडिडेट का एजुकेशन रिकॉर्ड भी अच्छा हो और उसने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की हो|
कैंडिडेट की कम से कम एक विदेशी भाषा पर पकड़ जरूरी होनी चाहिए और कैंडिडेट के पास 20 साल का सर्विस एक्सपीरियंस होना चाहिए दोस्तों रॉ एजेंट होना अपने आप में बड़े सम्मान की बात है |
लेकिन आप रॉ एजेंट बनने के बारे में तभी सोचें जब आप में देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हो आप हार्ड वर्क कर सकते हैं मुश्किल हालातों में अपने आप को संभाल सकते हो एक आम इंसान की तरह रहते हुए अपने मिशन को अंजाम दे सकते हो World Affairs को यह उम्मीद है के यह इंफॉर्मेशन आपको बहुत पसंद आई होगी |
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दोस्तों और रॉ एजेंट बनने से जुड़ी सभी queries को solve भी कर पाई होगी और आगे भी ऐसी ही इनोवेटिव और इंटरेस्टिंग जानकारियां लेने के लिए हमारे ब्लॉग World Affairs को subscribe करके Bell icon को दबा दीजिए ताकि हर नई और इनोवेटिव जानकारी सबसे पहले आप तक पहुंचे धन्यवाद |